What is Heart Attack: हार्ट अटैक क्या होता है और इसके लक्षण क्या हैं

हार्ट अटैक क्या होता है

सामान्यतः हार्ट अटैक तब होता है जब हार्ट को ब्लड सप्लाई करने वाली नसों में ब्लॉकेज हो जाता है और हार्ट के सेल्स में ऑक्सीजन की मात्रा कम होने लगती है जिसकी वजह से हार्ट के सेल्स डेड होने लगते हैं I यह ब्लॉकेज वसा, कोलेस्ट्रोल और अन्य पदार्थों की वजह से होता है I


हार्ट अटैक के लक्षण

हार्ट अटैक के बहुत सारे लक्षण होते हैं जिनमें से कुछ लक्षण हैं :-

  • सीने के बायीं ओर, सीने के बीच में या फिर पीठ में दर्द होना
  • चलने पर सीने का दर्द बढ़ना
  • सांस फूलना
  • ज्यादा पसीना आना
  • चक्कर आना और आँखों के सामने अँधेरा छा जाना
  • सीने और गले में जलन रहना
  • थकान महसूस होना

हार्ट अटैक के खतरे के कारक

हार्ट अटैक के खतरे के कई कारक होते हैं I इनमें से कुछ चीजें ऐसी होती हैं जिन्हें आप बदल नहीं सकते हैं जैसे:-

  • उम्र और लिंग:- जैसे-जैसे हमारी उम्र बढ़ती जाती है, हार्ट अटैक आने का खतरा भी बढ़ता जाता है I हमारा लिंग इस बात पर निर्भर करता है की हमें हार्ट अटैक कब आ सकता है I जहाँ पुरुषों में हार्ट अटैक का खतरा 40 साल की उम्र से बढ़ना शुरू होता है वहीं महिलाओं में यह 50 साल की उम्र या मीनोपॉज से शुरू होता है I हालांकि आजकल यह कम उम्र के लोगों में भी देखने को मिलता है I
  • हार्ट अटैक का पारिवारिक इतिहास:– अगर आपके माता-पिता में से किसी को भी हार्ट की बीमारी रही होगी तो अनुवाशिकता के कारण आपके अन्दर भी इस बीमारी के लक्षण आ सकते हैं I इस बीमारी के लक्षण माता-पिता के जीन से होते हुए बच्चों में भी पहुँच सकते हैं I
  • जीवनशैली:– हमारी गलत जीवनशैली की वजह से भी हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है I इसमें शारीरिक गतिविधि कम करना , धुम्रपान करना, मोटापा, उच्च रक्तचाप, मधुमेह, उच्च वसा और कोलेस्ट्रोल युक्त खाना आता है I

हार्ट अटैक के इलाज में किये जाने वाले टेस्ट

हार्ट अटैक के इलाज में डॉक्टरों द्वारा कुछ टेस्ट कराये जाते हैं जो हैं :-

  • ब्लड टेस्ट : हार्ट अटैक के इलाज में सबसे भरोसेमंद तरीकों में से एक है कार्डियक ट्रोपोनिन का टेस्ट करना I हार्ट अटैक के दौरान हार्ट के मांसपेशियों की सेल्स को नुकसान ब्लड में इस रासायनिक मार्कर को दिखाता है I
  • इलेक्ट्रोकार्डियोग्राम या ईसीजी: यह उन टेस्टों में से एक है जो पेशेंट को आईसीयू में रखने के बाद करवाया जाता है ताकि हार्ट की सही स्थिति का पता लगाया जा सके I
  • इकोकार्डियोग्राम: यह अल्ट्रासाउंड का उपयोग करके हमारे हार्ट के अन्दर और बहार की तस्वीर बनाता है ताकि हमें पता चल सके कि हमारा दिल कितनी अच्छी तरीके से काम कर रहा है या नहीं I
  • कंप्यूटरीकृत टोमोग्राफी (सीटी) स्कैन:- यह हमारे हार्ट और उसकी ब्लड की नलियों का विस्तृत स्कैन करता है और पता लगाता है कि कोरोनरी धमनियों में कोई सिकुड़न या कोई कठोरता तो नहीं है I

हार्ट अटैक का इलाज

हार्ट अटैक के इलाज में सबसे पहले हार्ट की मांसपेशियों में ब्लड फ्लो को सही करना होता है I इसमें थक्कारोधी दवाओं या खून को पतला करने वाली दवाओं का उपयोग किया जाता है I हार्ट अटैक आने पर अपने नजदीकी अस्पताल या डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए ताकि समय रहते पेशेंट की जान बच सके I